Saturday, January 19, 2019

जागरूक नागरिक बनें, एक क्लिक में निस्तारित होगी समस्या यूपी भूलेख



दैनिक जागरण के कार्यक्रम प्रश्न प्रहर में गुरुवार को सम्मानित पाठकों के सवालों का जवाब देने के लिए राब‌र्ट्सगंज स्थित कार्यालय में मौजूद रहे जिला सूचना विज्ञान केंद्र के अधिकारी अनिल कुमार गुप्ता। उन्होंने ने दोपहर 12 से एक बजे तक पाठकों के सवालों का जवाब फोन पर दिए। ऑनलाइन व्यवस्थाओं को विस्तार से बताया और कहा कि स्मार्ट फोन रखते हैं तो स्मार्ट बनिए, जागरूक बनें और उसी के अनुसार काम करें। आपकी समस्या बस एक क्लिक में हल हो जाएगी। उन्होंने सहज जनसेवा केंद्रों के लिए आवेदन करने के तरीके से लेकर ऑनलाइन शिकायत और उसके निस्तारण की स्थिति देखने का भी तरीका बताया।

सवाल : फसल ऋण मोचन के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे किया जाता है।
जवाब : अपने नजदीक के सहज जनसेवा केंद्र या साइबर कैफे पर जाएं, वहां से आवेदन आसानी से हो सकता है। आपके पास कंप्यूटर, इंटरनेट है तो आप घर बैठे कर सकते हैं। इसके लिए ऋण मोचन की वेबसाइट खोलें और उसे फार्म डाउनलोड कर लें। उसे भरकर कलेक्ट्रेट में बने कक्ष या कृषि अधिकारी के कार्यालय में जमा कर दें। 31 जनवरी के पहले आवेदन करने का मौका है।
सवाल : दुद्धी तहसील में सूचना विज्ञान केंद्र पहले चलता था, अब बंद हो गया है।
जवाब : दुद्धी में केंद्र खोलने के लिए उच्चाधिकारियों से बात की जाएगी। अगर संभव होगा तो खुलेगा।
सवाल : छात्रवृत्ति के लिए हमने आवेदन किया था, आगे कुछ पता नहीं चल पाया क्या हुआ।
जवाब : जब आप ऑनलाइन आवेदन किए होंगे तो एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिला होगा। अपने मोबाइल पर छात्रवृत्ति वाली वेबसाइड खोलकर उसका स्टेटस जांच सकते हैं।
सवाल : हम अपने हिस्से की जमीन की जानकारी कैसे प्राप्त करें।
जवाब : इसके लिए बिल्कुल आसान तरीका है। बस आप अपने स्मार्ट फोन में यूपी भूलेख डाट जीओवी डाट इन लिखें और पेज खुलकर आ जाएगा। उसमें से जो आपको चाहिए उस पर क्लिक करके खोल सकते हैं। ( भूलेख यू पी )
सवाल : क्या घर बैठे किसी मामले की शिकायत की जा सकती है।
जवाब : हां, बिल्कुल की जा सकती है। अब समय बदल रहा है। आपको भी स्मार्ट बनना होगा। बस आइजीआरएस की वेबसाइट पर जाएं और अपनी शिकायत दर्ज कराएं। शिकायत के बाद निस्तारण की आख्या भी लगती है। उसकी स्थिति भी आप उसी वेबसाइट पर देख सकते हैं।
सवाल : हमने बिजली चोरी के मामले की शिकायत 2017 में की थी, आज तक लंबित क्यों है।
जवाब : ऐसा होना नहीं चाहिए। अगर ऐसा है तो मैं इसे तत्काल देखता हूं। इन्होंने फोन कर पूछा सवाल
प्रश्न प्रहर कार्यक्रम में गुरुवार को करगरा चोपन से डा. सुरेंद्र नाथ मौर्या, दुद्धी से अमरनाथ, ¨सदूरी से बाबूलाल, अरंगी से रामलाल जायसवाल, ओबरा से गौरव शर्मा, लोढ़ी से रामदुलारे, नरंगा से उदय प्रताप शर्मा, डेहरी से सोहनलाल, रामगढ़ से अखिलेश कुमार, सुकृत से राम प्रवेश समेत अन्य लोगों ने फोन कर सवाल पूछा।







Mahabhulekh महाभूलेख महाराष्ट्र राज्य (महाराष्ट्र शासन) भूमि अभिलेख गाव नमुना नंबर 7/12 और 8अ मालमत्ता पत्रक

एक क्लिक पर मिलेगी पट्टों की जानकारी,नागौर जिला प्रशासन ने तैयार करवाया एप



नागौर. भूमि के स्वामित्व संबंधी दस्तावेज के रूप में सरकार द्वारा जारी किया जाने वाला पट्टा देखने के लिए लोगों को पंचायत कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। ई जमाबंदी की तर्ज पर अब पट्टाधारक एक क्लिक पर अपना पट्टा ऑनलाइन देख सकेंगे। Nagaur जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की पहल पर यह नवाचार किया जा रहा है। जिसके तहत एक एप पर लोगों को अपने पट्टे की जानकारी आसानी से मिल जाएगी। व्यक्ति कहीं पर भी बैठकर महज एक क्लिक पर पट्टा देख सकेगा। 
ऑनलाइन मिलेगी जानकारी 
प्रशासन ने ई जमाबंदी की तर्ज पर जिले भर की ग्राम पंचायतों के पट्टे स्कैन कर एप पर डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ग्राम पंचायतों में अभियान के तहत शिविरों में बने पट्टे भी ग्रामसेवकों की मदद से अपलोड किए जाएंगे। गौरतलब है कि राजस्थान अपना खाता राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जो भूमि रिकॉर्ड की जानकारी प्रदान करती है। राजस्थान भूमि राजस्व अधिनियम से संबंधित विभिन्न ऑनलाइन सेवाएं मिल जाती है। इसमें ऑनलाइन जमाबंदी, ऑनलाइन नकल और खसरा नक्शा की जांच की जा सकती है। 
करीब 24 हजार पट्टे अपलोड 
राजस्थान अपना खाता की तर्ज पर प्रदेश में पहली बार एप के जरिए जिले की किसी भी तहसील की ग्राम पंचायत से जुड़े पट्टाधारक अपना पट्टा देख सकेंगे। अब तक करीब 24 हजार पट्टे स्कैन कर एप पर अपलोड किए जा चुके हैं। बहुत जल्द जिले की सभी 467 ग्राम पंचायतों के पट्टे उपलब्ध होंगे। इसके लिए व्यक्ति को नागौर जिले की तहसील व उसके बाद ग्राम पंचायत का विकल्प चुनकर अपना नाम दर्ज करना होगा। इसके बाद मोबाइल या कम्प्यूटर की स्क्रीन पर पट्टा देखा जा सकेगा।
ऑनलाइन दिखेंगे पट्टे 
ई जमाबंदी की तर्ज पर जिले की सभी ग्राम पंचायतों के पट्टे ऑनलाइन करने के लिए एप तैयार करवाया गया है। एप पर करीब 24 हजार पट्टे अपलोड किए जा चुके हैं, जल्द इसका शुभारंभ किया जाएगा।  
जिला कलक्टर, नागौर

Thursday, January 3, 2019

सर्दियों में हल्दी, तुलसी और अदरक के फायदे


 







          मौसम बदलने के कारण बहुत सारे लोगों में विविध तरह की बीमारियां पाई जाती है |जैसे कि किसी के शरीर पर खुजली ,किसी को सर्दी, जुकाम या खासी ऐसी कई बीमारियां  होती है |इनमें से सबसे ज्यादा परेशान सर्दी ही कर देती है | इससे किसी भी काम में मन नहीं लगता | सर्दी से राहत पाने के लिए आपके किचन में मौजूद चीजों से बहुत सारी बीमारियों का  इलाज हो सकता है | इसमें आपको खानपान का बहुत ज्यादा ख्याल रखना चाहिए| ताजा एवं गरम भोजन खाना चाहिए | यह करने के अलावा कुछ खास चीजों का भी सेवन करें तो बहुत सारी  समस्याओं से भी छुटकारा पा सकते |


हल्दी, अदरक और तुलसी इन तीन चीजों से आप अपने सर्दी जुकाम भगा सकते हो|


     हल्दी:

 

      हल्दी, अदरक और तुलसी यह तीन चीजें खासकर ठंडी के मौसम में लेने से आपकी इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत  करती है | पेक्रियाज के इंफेक्शन को भी दूर करती है | तीनों चीजों से आपका कफ  कम होता है | ठंडी के दिनों में जोड़ों का भी दर्द बढ़ जाता है| जोड़ों के दर्द के लिए हल्दी बहुत उपाय कारक है| हल्दी जोड़ों  की कोशिकाओं को नरम करती है जिससे आपको चलने फिरने में कोई समस्या नहीं होती


इसे कैसे लिया जाए ? 


          एक चौथाई  या आधा टी स्पून हल्दी पाउडर गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार लेना चाहिए| यह शरीर के अंदर गरम करके फेफड़ों से कफ कम करता है| जिन लोगों में सर्दी खांसी की समस्या है उनके लिए हल्दी बहुत ही फायदेमंद है|


 अदरक


    अदरक  हमारी पाचन क्षमता बढ़ाती है| जिन्हें खासि- सर्दी की समस्या है, उनके लिए भी अदरक फायदेमंद है| अदरक आपके फेफड़ों को गर्म करती है| इसे आप चाय में भी इस्तेमाल कर सकते हैं


 इसे लेने का तरीका


        एक कप गुनगुने पानी में 1 टीस्पून किसा हुआ अदरक मिला ले| इस पानी को छानकर नाश्ते और डिनर से पहले पिए |


तुलसी


         ज्यादा सर्दी होने के कारण स्वास्थ्य/ श्वास  की बीमारियां बढ़ती है|ऐसे में आपको तुलसी का इलाज फायदेमंद हो सकता है| यह सर्दी कम करके सांस लेना आसान करती है| तुलसी रोगप्रतिकारक शक्ति मजबूत करती है| इससे आपकी सर्दी खांसी कम करने में मदद होती है


 इसे  कैसे  लिया जाए?


         तुलसी की 10 12 पत्तियां एक गिलास पानी में गुड़ के साथ मिलाकर आधा होने तक उबाले | गुनगुना होने के बाद इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं | इसे रोज सुबह शाम ले|