Thursday, September 20, 2018

भारतीय महिला हॉकी टीम 20 साल बाद पहुंची फाइनल में




भारतीय महिला हॉकी टीम ने कड़े मुकाबले में तीन बार की चैम्पियन चीन को 1-0 से हराकर 20 साल में पहली बार एशियाई खेलों के फाइनल में प्रवेश किया। गुरजीत कौर के 52वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर से किये गये गोल ने दोनों टीमों के बीच अंतर पैदा किया। इस सेमीफाइनल मुकाबले में आक्रामक और तेज तर्रार खेल की कमी दिखी। लेकिन यह प्रदर्शन भारत को 1998 बैंकाक एशियाई खेलों के बाद फाइनल में पहुंचाने के लिये काफी रहा। भारत ने पहली और एकमात्र बार खिताब 1982 में जीता था जब महिला हाकी ने एशियाई खेलों में पदार्पण किया था। भारत का सामना अब फाइनल में जापान से होगा जिसने दूसरे सेमीफाइनल में पांच बार के चैम्पियन दक्षिण कोरिया को 2-0 से हराकर उलटफेर किया। भारत और चीन दोनों टीमें इस मैच के दौरान मैदान में मौके बनाने में असफल रहीं।

स्वर्ण पदक के लिए जापान से होगा मुकाबला 
 
भारतीय कोच सोर्ड मारिने ने कहा, 'टीम निश्चित रूप से पहले हाफ में अपनी काबिलियत के अनुसार नहीं खेल सकी। लेकिन दूसरे हाफ में उन्होंने थोड़ा सुधार किया और मैं इन लड़कियों के लिये काफी खुश हूं। मुझे पता है कि इन्होंने यहां पहुंचने के लिये कितनी कड़ी मेहनत की है। इस टूर्नामेंट के लिये उन्होंने काफी मेहनत की है। जापान के खिलाफ मुकाबला चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन टीम इसके लिये तैयार है।' भारत ने पहला पेनल्टी कार्नर आठवें मिनट में ही हासिल कर लिया लेकिन गुरजीत कौर के शाट का गोलकीपर ने शानदार बचाव किया। पहले क्वार्टर में भारत ने गोल करने के चार मौके जुटाये लेकिन इन्हें गोल में तब्दील करने में असफल रहा। 13वें मिनट में टीम गोल करने के करीब आ गयी थी लेकिन गोलमुख पर खड़ी नवजोत गोलकीपर को छका नहीं सकी। चीन ने दूसरे क्वार्टर के शुरू होते ही 18वें मिनट में पेनल्टी कार्नर प्राप्त किया लेकिन जिजिया ओऊ का डिफ्लेक्शन शाट निशाना चूक गया।

नई मर्सिडीज-बेंज सी क्लास लांच, कीमत 40 लाख रुपए से शुरू





लक्जरी कार निर्माता मर्सिडीज-बेंज ने भारतीय बाजार में मर्सिडीज-बेंस सी क्लास का नया संस्करण लांच किया, जो इसकी पांचवी पीढ़ी की कार है। 
इस कार की कीमत
 40 लाख रुपये से शुरू होती है और पहली बार सी-क्लास को बीएस 6 डीजल इंजन के साथ पेश किया गया है। कंपनी ने बताया कि नई सी 220 डी प्राइम की कीमत 40 लाख रुपये, सी 220 डी प्रोग्रेसिव की 44.25 लाख रुपये और सी 300 डी एएमजी लाइन की 48.50 लाख रुपये है।

      मर्सिडीज-बेंज इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स एंड मार्केटिंग) माइकल जोप ने लांचिंग के मौके पर कहा, “बेहद आकर्षक उत्पाद पेश करना और उन्हें निखारते रहना हमारी सफलता का मुख्य आधार रहे हैं। नई सी-क्लास के लांच के साथ, मर्सिडीज-बेंज ने एक बार फिर लक्जरी सेडान सेगमेंट में बहुत ऊंचे मानक स्थापित कर दिए हैं। यह सी-क्लास के इतिहास में सबसे बड़ा मॉडल अपडेट है। कुल मिलाकर, हमने लगभग 6500 पुरजों को बदल दिया है, जो कि औसत सी-क्लास सेडान के पुरजों की संख्या के आधे से अधिक हैं। आज हमने जो सी-क्लास लॉन्च की, वह अब तक की सबसे स्पोटीर् और सबसे डायनैमिक है।”

कंपनी ने एक बयान में कहा कि नई सी-क्लास में बेजोड़ लक्जरी के साथ प्रोग्रेसिव डिजाइन डायनैमिक्स, सवोर्त्कृष्ट लक्जरी सामग्रियों, अत्याधुनिक मल्टीमीडिया सिस्टम और अत्याधुनिक सुरक्षा फीचर्स का अद्भुत मेल हैं। नई सी-क्लास रेंज में सी 220 डी प्रोग्रेसिव, सी 220 डी प्राइम और सबसे दमदार सी 300 डी एएमजी लाइन शामिल हैं। नई सी-क्लास नए और ताकतवर बीएस 6 इंजन से लैस है। सी 220 डी और सी 300 डी एएमजी लाइन में चार-सिलेंडर ओएम 654 डीजल पावर ट्रेन इंजन दिया गया है।

वजन कम करने के लिए ये 3 एक्सरसाइज हैं बड़े काम की, जानें इनके बारे में





वजन कम करने के लिए 
सबसे जरूरी है कि सप्ताह में या रोज कुछ समय के लिए एक्सरसाइज की जाए। कुछ एक्सरसाइज वजन कम करने में बहुत ही मददगार होती हैं। सुबह के समय की गई एक्सरसाइज बहुत फायदा करती है। लेकिन बदलती लाइफ स्टाइल में जब समय मिले लोग व्यायाम कर रहे हैं। खासतौर पर एक्सरसाइज तब करनी चाहिए, जब दिमाग तनावमुक्त हो। एक्सरसाइज एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार ही करनी चाहिए।

दऱअसल व्यायाम करते समय शरीर से वसा और काबरेहाइड्रेट दोनों कम होते हैं। इसलिए कोशिश करें कि एक्सरसाइज से एक घंटा पहले नींबू पानी और कुछ फाइबर बिस्कुट ले लें, इससे आप जल्दी थकेंगे नहीं। इसके साथ ही बहुत अधिक पानी पीकर व्यायाम न करें।

 पढ़ें वजन कम करने वाली एक्सरसाइज:



स्किपिंग: 10 मिनट तक रस्सी कूदना 8 मिनट तक दौड़ने के बराबर होता है। रोजाना 10-15 मिनट रस्सी कूदने से आपकी 200-300 कैलोरी बर्न होती है। इससे आप सप्ताह में 1000 प्लस कैलोरी बर्न कर सकती हैं।



तैरना: तैरना भी एक तरह की एक्सरसाइज है जो आपको वजन कम करने में मदद करती है। इससे आपकी पूरी बॉडी का वर्कआउट तो ही जाता है साथ ही यह मांसपेशियों को टोन करती हैं। यह जोड़ों में असर नहीं डालती इसलिए अर्थाराइटिस के लोगों को स्विमिंग करने की सलाह दी जाती है। न्यूट्रिशनिस्ट पायल कोठारी के अनुसार एक घंटे की स्विमिंग से आप 400 कैलोरी बर्न कर सकते हैं। लेकिन स्विमिंग करने से पहले से एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें ले।

वॉक करना: जो लोग जिम नहीं जा सकते वो वॉक करके वजन कम कर सकते हैं। एक्सपर्ट की मानें तो फिजिकल एक्टिविटा बढ़ाकर आप फिटनेस इंप्रूव कर सकते हैं।

लेग रेज (Leg Raise)- सबसे आसान एक्सरसाइज में से एक है ये एक्सरसाइज. इससे पेट की चर्बी कम हो जाती है और जांघों का थुलथुलापन भी कम होता है. इस एक्सरसाइज को करने से दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है. आप इसे करने के लिए बिस्तर पर सीधा लेट जाएं. अब दोनों पैरों को ऊपर की तरफ उठाते हुए जोड़ लें. अब आप जितनी देर होल्ड कर सकें कर लें. अब वापस पैरों को बेड पर लाएं और फिर से रिपीट करें. आपको इसे कम से कम 15 मिनट तक करना है.

 विंडशील्ड वाइपर- बेड पर लेट कर आप इस आसान एक्सरसाइज को भी कर सकते हैं. इस एक्सरसाइस से पैरों को स्ट्रेंथ मिलती है. पेट और जांघों की चर्बी कम होती है. इस एक्सरसाइज को करने में आपको कार के वाइपर की तरह अपने पैरों को हिलाना है. इसके लिए बेड पर सीधा लेट जाएं अब दोनों हाथों को दोनों दिशा में बिल्कुल हल्का छोड़ते हुए फैला लें. अब पैरों को आपस में मिलाएं और ऊपर उठाते हुए से 90 डिग्री का कोण बनाते हुए सीधा रखें. अब पैरों मिलाकर चारों दिशाओं में घुमाते हुए एक बड़ा गोल चक्कर लगाएं. आप इसे जितनी देर कर सकते हैं कर लें. इससे आपका वजन कम करने में मदद मिलेगी.

 क्रंचेज (Crunches)-रोज बेड पर लेटकर आप क्रंचेज भी कर सकते हैं. इससे पेट पर जमा चर्बी को कम किया जा सकता है. क्रंचेज करने से शरीर के ऊपरी हिस्से को काफी फायदा मिलता है. क्रंचेज करने के लिए बिस्तर पर सीधे लेट जाएं. अब पैरों को सामने की ओर हवा में उठा लें. अब दोनों हाथों को अपने सिर के नीचे ले जाएं और उंगलियों को लॉक कर लें. अब अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाते हुए उठें और फिर लेट जाएं. इसे आप करीब 15 मिनट तक करें. शुरुआत में धीरे-धीरे करें और फिर स्पीड बढ़ा दें.

हाई बीपी के ये 4 लक्षण आप नजरअंदाज तो नहीं कर रहे है


 

हाई ब्लड प्रेशर के सामान्य लक्षण क्या है?

  • दृष्टि में परिवर्तन
  • छाती में दर्द
  • चक्कर आना
  • सांस लेने में मुश्किल
  • अनुवांशिक
  • पेशाब में खून आना
  • सिरदर्द रहना
  • नाक से ब्लड आना

  हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों को समझना मुश्‍किल होता है, क्‍योंकि यह तभी उभर कर पूरी तरह सामने आते हैं जब स्‍थिति गंभीर हो जाती है। मगर आप कुछ बातों के आधार पर अपनी सेहत का ध्‍यान रख सकते हैं। यह संकेत आपको बता देंगे कि आने वाले समय में आपको इस गंभीर बीमारी का खतरा तो नहीं है।

    ब्रिटेन में एनएचएस के अनुमान के मुताबिक 25 फीसदी वयस्‍कों में हाई बीपी की आशंका होती है। इसके लिए आपका खानपान आपका आरामतलब जीवनशैली जिम्‍मेदार हो सकती है। हाई बीपी को हाईपरटेंशन भी कहते हैं। इसकी वजह से धमनियों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। आइए जानते हैं इसके 4 प्रमुख कारण 

सिरदर्द
आज की जिंदगी में सिरदर्द बहुत आम समस्‍या है। यह ठंड, तनाव और डिहाईड्रेशन की वजह से भी हो सकता है। मगर बार-बार उठने वाला गंभीर सिरदर्द हाईपरटेंशन का शुरुआती लक्षण हो सकती है। पानी पीने और आराम करने से सिरदर्द में राहत मिलती है। अहम बात यह है कि बीपी हाई हो या लो, दोनों में ही सिरदर्द होता है। जितना गंभीर हाईपरटेंशन होगा, उतना ही गंभीर सिरदर्द भी होगा। खतरनाक स्‍तर का हाईपरटेंशन होने से हार्ट स्‍ट्रोक भी हो सकता है।

मितली आना
ब्‍लड प्रेशन में अचानक बदलाव आने से मितली की शिकायत हो सकती है। दरअसल, ब्‍लड प्रेशर में बदलाव का असर पाचन तंत्र पर भी पड़ता है। कुछ लोगों को लगता है कि उनका पेट खराब हो गया है। बीपी में उतार-चढ़ाव से यह समस्‍या हो सकती है, जिससे मितली या उल्‍टी आ सकती है।

पसीना आना
तनाव से ब्‍लड प्रेशर बढ़ता है। इससे पैनिक अटैक या एंजाइटी भी हो सकती है। इस तरह के हाई बीपी में काफी ज्‍यादा पसीना आता है या नसों में झनझनाहट महसूस होने लगती है। यह लक्षण शरीर में एडरिनेलाइन रसायन के स्‍तर में तेज उतार-चढ़ाव की वजह से हो सकता है।

सांस घुटना
सांस लेने में परेशानी महसूस होना भी ब्‍लड प्रेशर बढ़ने का संकेत है। यह कार्डियोवास्‍कुलर सिस्‍टम में उतार-चढ़ाव के कारण हो सकता है। दिल शरीर में खून का संचार करने के लिए जिम्‍मेदार होता है। इसके जरिये फेफड़ों में पहुंचने वाले खून की सफाई भी होती है। जब बीपी बढ़ जाता है, यह सर्कुलेशन गड़बड़ हो जात है। इसी की वजह से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।

राहत की उम्मीद: GST काउंसिल की अगली बैठक में सस्ती हो सकती हैं कई वस्तुएं




जीएसटी(GST) काउंसिल की 30वीं बैठक 28-29 सितंबर को होगी। इस बैठक में सीमेंट, एयर कंडीशनर, बड़े साइज के टीवी के अलावा कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें घटाई जा सकती है। जीएसटी काउंसिल के जुड़े एक सदस्य ने बताया कि काउंसिल अगली बैठक में कुछ वस्तुओं पर जीएसटी की दरें घटा सकता है। हालांकि, इसका दायरा सीमित होगा क्योंकि जीएसटी कलेक्शन अभी भी स्थिर नहीं हुआ है। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार जीएसटी के 28 फीसदी वाले कर स्लैब में से कुछ वस्तुओं को बाहर निकालकर आम लोगों को राहत दे सकती है।

       सीमेंट, एयर कंडीशनर और बड़ी स्क्रीन वाले टीवी 28 फीसद के टैक्स ब्रैकेट में अभी है। इसको बाहर निकाला जा सकता है। इससे पहले जीएसटी काउंसिल अपनी जुलाई की बैठक में 100 से अधिक उत्पादों पर कर की दरों में संशोधन कर चुकी है जिसमें रेफ्रिजरेटर, छोटी स्क्रीन वाले कलर टीवी और वाशिंग मशीन पर कर की दरों में संशोधन कर चुका है। इसके साथ ही इस बैठक में एमएसएमई सेक्टर को भी राहत दी सकती है। एमएसएमई सेक्टर जीएसटी लागू होने के बाद से कई तरह की रियायतें की मांग कर रहा है। इसके साथ ही पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में लाने पर चर्चा किया जा सकता है।

पंखा निर्माताओं ने दरों में कमी की मांग
संगठित क्षेत्र के पंखा उत्पादक अपने उत्पादों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कमी चाहते हैं। वे चाहते हैं कि पंखे को जीएसटी की 18 प्रतिशत की दर से हटाकर 12 फीसदी के दायरे में लाया जाए। इसके संबंध में अपनी मांगों को वे पहले ही जीएसटी परिषद के समक्ष रख चुके हैं। इंडियन फैन मैन्यूफैक्चर एसोसिएशन (आईएफएमए) ने कहा कि भारत जैसे उष्ण कटिबंधीय जलवायु वाले देश में पंखा बुनियादी जरूरत है और समाज का हर तबका इसका इस्तेमाल करता है। आईएफएमए के उपाध्यक्ष अतुल जैन ने बृहस्पतिवार को कहा कि संगठित क्षेत्र में हर साल 5.4 पंखे बनाये जाते हैं और उद्योग की प्रगति जीडीपी की गति के अनुरूप है।

Monday, September 10, 2018

शुगर-फ्री डाइट मोटापा और डायबिटीज कंट्रोल करती है, रोजाना 350 कैलोरी से अधिक शक्कर लेने से बढ़ता है बीमारियों का खतरा






नेशनल न्यूट्रिशन वीक: शुगर-फ्री डाइट मोटापा और डायबिटीज कंट्रोल करती है, रोजाना 350 कैलोरी से अधिक शक्कर लेने से बढ़ता है बीमारियों का खतरा


हेल्थ डेस्क. इनदिनों शुगर फ्री डाइट का चलन बढ़ रहा है। कारण बढ़ता मोटापा, डायबिटीज के रोगी और बिगड़ता मेटाबॉलिज्म है। बिना चीनी वाला भोजन कई तरह की बीमारियों से भी बचाने के साथ वजन कंट्रोल रखता है। इस डाइट में ज्यादातर फूड पोषक तत्व से भरपूर होने के साथ नेचुरल सोर्स से जुड़े होते हैं। हर साल 1-7 सितंबर के बीच नेशनल न्यूट्रिशन वीक मनाया जाता है। इस साल की थीम है 'गो फर्दर विद् फूड'। इस थीम के मुताबिक ऐसे फूड को डाइट में शामिल करना है जो सीधे नेचर से मिल रहे हैं और पोषक तत्वों से भरपूर हैं। न्यूट्रिशनिस्ट सुरभि पारीक से जानते हैं क्या है शुगर फ्री डाइट और यह कैसे काम करती है।



शुगर-फ्री भोजन का मतलब है कि उसमें जरूरत से ज्यादा चीनी का न होना। इसमें सिंपल कार्बोहाइड्रेट भी शामिल है। रोजाना 350 कैलोरी से अधिक शुगर लेने से मोटापा, मधुमेह और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा जरूरत से ज्यादा शुगर लेना शरीर के इम्यून सिस्टम को भी कमजोर बनाता है। कुछ लोग सोचते हैं कि शुगर-फ्री भोजन का अर्थ है हर तरह की चीनी लेना बंद कर देना। लेकिन ऐसा नहीं है। इसमें अनाज और फलों शामिल करें लेकिन ध्यान रखें कि प्रोसेस्ड अनाज जैसे मैदा से बचें। ऐसे फल जो अधिक मीठे होते हैं जैसे आम, लीची, केला और चीकू को कम मात्रा में ही लें। इनके अलावा स्वाद में कम मीठे फलों को खा सकते हैं।

कैसे करता है काम
शुगर-फ्री भोजन करने से ब्लड शुगर में अचानक बदलाव नहीं आता। इन्हें लेने से मैटाबोलिक रेट में सुधार होता है और आप पेट भरा हुआ महसूस करते हैं। आप के शरीर में प्रोटीन और वसा से ऊर्जा पैदा होती है। इससे धीरे-धीरे वजन भी कम होने लगता है। ऐसे भोजन में कई खाने वाली चीजों को पूरी तरह बंद कर दिया जाता है। कुछ को ही शामिल किया जाता है। खट्टे फल ज्यादा खाए जाते हैं।

क्या खाएं

- ज्यादा फाइबर वाली चीजें जैसे ब्रोकली, चाइना सीड, बैरी, टमाटर, ब्राउन राइस आदि।
– हेल्दी फैट जैसे जैतून का तेल, अखरोट, बादाम और कद्दू के बीज आदि लें।
– दालें, बींस, सालमन फिश, अंडे, कच्चा चीज आदि
- मौसमी सब्जियों और फलों को जरूर डाइट में शामिल करें।
- कोशिश करें कि प्रकृति के नजदीक रहें यानी जो कुछ भी खा रहें हैं वो सीधे उसकी स्वरूप में खाएं जिस स्वरूप में पैदावार हो रही है। इसे प्रोसेस करके न खाएं।
- खाना बनाने का तरीका बदलें जैसे कुछ सब्जियों को बॉयल करें या रोस्ट करके खाएं ताकि इनके पोषक तत्व न खत्म हों।

क्या न खाएं
– जंक फूड, मिठाई, कैंडी और रिफाइंड अनाज से बनी चीजें।
– सोडा, मीठे पेय, गन्ने से बनी चीनी और टेबल शुगर।

शुगर-फ्री भोजन के फायदे
– वजन घटता है और डायबिटीज का खतरा कम होता है।
– लंबे समय तक ऊर्जा देता है। नेचुरल शुगर में सिंपल कार्बोहाइड्रेट होते हैं। ये जल्दी पचते हैं और तुरंत खून में चले जाते हैं।
- शुगर-फ्री चीजों को पचने में ज्यादा समय लगता है। इससे दिनभर ब्लड शुगर का लेवल एक जैसा बना रहता है।
– शुगर-फ्री भोजन उम्र के प्रभाव को कम करके लंबे समय तक जवां दिखने में मदद करता है।
– पाचनतंत्र की बात करें तो कम चीनी और ज्यादा फाइबर वाला भोजन इरिटेबल बाउल सिंड्रोम यानी आंतों का रोग, पेट फूलना, कैंडिडा, बैक्टीरिया के संक्रमण से बचाए रखता है।
– चीनी का सेवन कम करने से फैटी लिवर रोग की आशंका कम हो जाती है।
– शुगरफ्री भोजन की मदद से शरीर की सूजन को कम किया जा सकता है

पहली बार सौतेले भाई अर्जुन कपूर की बर्थडे पार्टी में शामिल हुईं श्रीदेवी की बेटियां, जाह्नवी ने इमोशनल मैसेज भेजकर किया विश









33 साल के हुए अर्जुन कपूर। जाह्नवी कपूर ने बहन अंशुला और खुशी के साथ भाई अर्जुन की फोटो शेयर कर किया विश।





मुंबई.एक्टर अर्जुन कपूर 33 साल (26 जून) के हो गए हैं। उन्होंने देर रात अपना बर्थडे फैमिली के साथ सेलिब्रेट किया। ये पहला मौका है जब उनकी सौतेली बहनें जाह्नवी और खुशी कपूर भी उनकी बर्थडे सेलिब्रेशन में शामिल हुईं। दोनों पापा बोनी कपूर के साथ भाई अर्जुन के घर पहुंची थीं। दोनों बहनें फॉर्मल लुक में थीं। जाह्नवी ने जहां जीन्स-टी-शर्ट पहन रखा था वहीं, खुशी शॉर्ट्स और टी-शर्ट में नजर आईं। जाह्नवी ने अपने अर्जुन भैया को इंस्टाग्राम पर भी बर्थडे विश किया। उन्होंने एक फोटो शेयर करते हुए लिखा - 'आप हमारी ताकत हैं, लव यू , हैप्पी बर्थडे अर्जुन भैया'।



अर्जुन की बहन अंशुला ने भी भाई के साथ अपनी एक बचपन की फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर की। अंशुला ने फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, 'Happy birthday Bhai ❤️ You are genuinely the kindest, most hardworking, strongest & funniest person I know, with the biggest heart. You’ve always been our “protector” & my anchor in more ways than one - my steadfast support, my shelter from the storm, my strength & my emotional cornerstone. I will always be grateful that you’ve been with me through it all, making sure we are strong enough to withstand anything & that we will always come out on the other side unscathed. Always continue marching to your own beat, because we wouldn’t have you be any other way❣️love you to infinity @arjunkapoor 😘💥💯'

श्रीदेवी के निधन के बाद से अर्जुन कपूर अपनी सौतेली बहनें जाह्नवी-खुशी के करीब आ गए हैं। वरना हालात ये थे वे इन बहनों को देखना भी पसंद नहीं करते थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, जाह्नवी और खुशी उनकी बहनें नहीं है। उनका खुशी और जाह्नवी से कोई रिश्ता नहीं है। हम लोग ज्यादा नहीं मिलते और ना ही साथ में समय बिताते हैं। यह रिश्ता मायने नहीं रखता। इतना ही नहीं वे श्रीदेवी को भी पसंद नहीं करते थे। उन्होंने श्रीदेवी के लिए कहा था कि वे सिर्फ उनके पिता यानी बोनी कपूर की वाइफ हैं। बता दें कि अर्जुन बोनी की पहली पत्नी मोना कपूर के बेटे हैं। अर्जुन की एक बहन अंशुला हैं। जून, 1996 में बोनी ने श्रीदेवी से दूसरी शादी कर ली थी। इस बात ने अर्जुन कपूर की मां मोना को काफी दुख पहुंचाया।

ATM कार्ड गुमने पर बैंक गए बगैर मोबाइल से कार्ड को ऐसे कर सकते हैं ब्लॉक









ATM कार्ड गुमने पर बैंक गए बगैर मोबाइल से कार्ड को ऐसे कर सकते हैं ब्लॉक


यूटिलिटी डेस्क. अगर आपका एटीएम कार्ड किसी ने चुरा लिया है या फिर कहीं गिर गया है तो उसे ब्लॉक कराना बहुत जरूरी है। आप ऐसा नहीं कराते हैं तो आपको लंबी चपत लग सकती है। इसके लिए कुछ लोग बैंक जाते हैं कुछ Sms करते हैं। लेकिन आज हम आपको इन दोनों से हटकर ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं। इसमें आप अपने मोबाइल से एटीएम कार्ड को ब्लॉक कर सकते हैं। मोबाइल से एटीएम कार्ड कैसे ब्लॉक करना है इसकी पूरी प्रोसेस हम आपको बता रहे हैं।





ATM कार्ड को ब्लॉक करने का तरीका ?
अगर आप इंटरनेट बैंकिंग यूज करते हैं तो आसानी ATM कार्ड को ब्लॉक कर सकते हैं। इसके लिए आपको इंटरनेट बैंकिग में जाकर ATM कार्ड को ब्लॉक करना होगा। इस काम को आप 6 स्टेप में पूरा कर सकते हैं।



स्टेप 1. बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर लॉग इन करें।
स्टेप 2. यहां ATM service>block ATM Card पर क्लिक करें।
स्टेप 3. अब अपना अकाउंट सिलेक्ट करें, जिसका ATM Debit Card ब्लॉक करना है।
स्टेप 4. एटीएम कार्ड सिलेक्ट करें और Submit बटन पर क्लिक करें और अपनी डिटेल्स वैरीफाई करके conform बटन पर क्लिक करें।
स्टेप 5. आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP आएगा। जिसको बॉक्स में फिल करके सब्मिट करें।
स्टेप 6. अब आपका ATM कार्ड ब्लॉक हो जाएगा और आपको एक रिफ्रेंस नंबर मिल जाएगा, जिसका उपयोग कर आप नया एटीएम कार्ड ले सकते हैं।



बैंक को मेल कर ATM कार्ड ब्लॉक करें
बैंक द्वारा दी गई कस्टमर केयर की मेल आईडी पर मेल करके भी एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराया जा सकता है। सभी बैंकों की अपनी अलग मेल आईडी होती है। इसमें आप एटीएम कार्ड नंबर और खाता नंबर, कार्ड-खाता धारक का नाम, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के साथ बैंक को मेल कर कार्ड को ब्लॉक करा सकते हैं।


पासपोर्ट बनवाने का बहुत ही आसान है तरीका, ऑनलाइन ऐसे करना होगा आवेदन






बनवाने का बहुत ही आसान है तरीका, ऑनलाइन ऐसे करना होगा आवेदन


यूटिलिटी डेस्क. अगर आप भी विदेश घूमने जाना चाहते हैं और पासपोर्ट बनवाने की सोच रहे हैं तो आप यह काम खुद कर सकते हैं। क्योंकि सरकार ने पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को काफी आसान कर दिया है। अब एजेंट की मदद से पासपोर्ट बनवाने के लिए आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। आप खुद ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आज हम आपको ऑनलाइन पासपोर्ट बनवाने की प्रकिया के बारे में बता रहे हैं।




पासपोर्ट बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
1. डेटऑफ बर्थ के लिए 10वीं की मार्कशीट, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस। (इनमें से कोई एक दस्तावेज)।
2. पते के प्रूव के लिए बिजली या पानी का बिल, राशन कार्ड, इनकम टैक्स विभाग का असेसमेंट ऑर्डर, वोटर आईडी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक।
3. एनेक्चर फार्मेट-1 : भारत की नागरिकता और क्रिमिनल रिकार्ड न होने का एफिडेविट।



फीस कितनी लगती है
पासपोर्ट बनवाने के लिए 1500 से 2000 रुपए तक फीस चुकानी पड़ती है। तत्काल पासपोर्ट के लिए कुछ एक्सट्रा फीस लगती है।



ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन
1. पासपोर्ट सेवा https://portal2.passportindia.gov.in की वेबसाइट पर जाएं।
2. नए यूज़र वाले बॉक्स पर क्लिक करें। यह आपको रजिस्ट्रेशन पेज पर ले जाएगा।
3. यहां Passport Seva की वेबसाइट जाएं। जिस शहर में रह रहे हैं उसका पासपोर्ट ऑफिस सेलेक्ट करें। यह भी सुनिश्चित करें कि आपने अपना नाम वैसे ही लिखा है जैसे कि आपके डॉक्यूमेंट पर मौजूद है। फॉर्म का बाकी हिस्सा बेहद ही आसान है। यह किसी और वेबसाइट पर साइन अप करने से अलग नहीं।
4. जब काम पूरा हो जाए तब Register पर क्लिक करें।
5. अब जब आपने अपना अकाउंट क्रिएट कर लिया है तो Passport Seva की वेबसाइट पर वापस जाएं।
6. हरे रंग वाले Login बटन पर क्लिक करें।
7. अपना ईमेल आईडी लिखें और Continue पर क्लिक करें।
8. अपना ईमेल, पासवर्ड और इमेज में बने कैरेक्टर्स को टाइप करें। इसके बाद Login पर क्लिक करें।
9. Apply for Fresh Passport/Reissue of Passport पर क्लिक करें।
10. आपके पास दो विकल्प हैं। आप फॉर्म को डाउनलोड करके उसे भरकर फिर वापस वेबसाइट पर अपलोड कर सकते हैं, या फिर इसे ऑनलाइन ही भरा जा सकता है। हमारा सुझाव होगा कि आप फॉर्म को ऑनलाइन ही भरें।
11. ऑनलाइन फॉर्म भरना चाहते हैं तो आप Click here to fill the application form online वाले ऑप्शन पर क्लिक करें। यह Alternative 2 पेज के अंदर मौजूद रहता है। हम अब भी आपको इस विकल्प को चुनने का सुझाव देंगे, क्योंकि यह पासपोर्ट के लिए अप्लाई करने का सबसे आसान तरीका है।
12. अगले पेज पर आपको नए पासपोर्ट या री-इश्यू, सामान्य या तत्काल, 38 पन्ने या 60 पन्ने के बीच चुनना होगा। अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब से विकल्प चुनें और इसके बाद Next पेज पर क्लिक करें।
13. आपको अगले पेज में निजी जानकारियां देनी होगीं। इस बात का ध्यान रहे कि आप जो जानकारी दे रहे हैं वो आपके पास मौजूद डॉक्यूमेंट से पूरी तरह से मेल खाती हों।
14 फॉर्म भर लेने के बाद निचले हिस्से में दायीं तरफ बने Submit Application बटन पर क्लिक करें।
15. फॉर्म भर लेने के बाद एक बार फिर उस वेब पेज पर वापस जाएं जिसका जिक्र 9वें नंबर के स्टेप में किया गया है।
16. View Saved/Submitted Applications पर क्लिक करें।
17. आप उस एप्लिकेशन को देख पाएंगे जिसे थोड़ी देर पहले सब्मिट किया था। इसके बगल में बने रेडियो बटन पर क्लिक करें। इसके बाद Pay and Schedule Appointment पर क्लिक करें।
18. Online Payment को सेलेक्ट करें और Next पर क्लिक करें। अब आपके शहर में मौजूद पासपोर्ट सेवा केंद्र की सूची स्क्रीन पर आएगी। इसमें एप्वाइंटमेंट के लिए सबसे नजदीक की तारीख और वक्त का भी जिक्र होगा।
19. PSK Location के बगल में बने ड्रॉप डाउन मेन्यू में से अपनी सुविधा अनुसार एक विकल्प का चुनाव कर लें।
20. इसके बाद इमेज में बने कैरेक्टर्स को टाइप करें। इसके बाद Next पर क्लिक करें।
21. Pay and Book Appointment पर क्लिक करें।
22. यह आपको पेमेंट गेटवे पेज पर ले जाएगा। जैसे ही आपका पेमेंट पूरा हो जाएगा, आप एक बार फिर Passport Seva की वेबसाइट पर पहुंच जाएंगे।
23. अब आप एक पेज देख पाएंगे जिसपर Appointment Confirmation लिखा होगा। इस पेज पर Passport Seva Kendra (PSK) से मिले एप्वाइंटमेंट का पूरा डिटेल मौजूद होगा।
24. Print Application Receipt पर क्लिक करें। अगले पेज पर आप अपने एप्लिकेशन का डिटेल्ड व्यू देख पाएंगे। एक बार फिर Print Application Receipt पर क्लिक करें।
25. अगले पेज पर आप रिसिप्ट का प्रीव्यू देख पाएंगे। एक बार फिर Print Application Receipt पर क्लिक करें। ऐसा करने के बाद आप अपने एप्वाइंटमेंट कंफर्मेशन का प्रिंट आउट ले पाएंगे।

26. आपको पासपोर्ट सेवा केंद्र पर एंट्री के लिए इस रिसिप्ट के प्रिंट आउट की जरूरत पडे़गी।अब आप निर्धारित समय पर पासपोर्ट सेवा केंद्र पर पहुंच जाएं। हम अपने अनुभव से बता रहे हैं कि अगर आपके पास सारे डॉक्यूमेंट मौजूद है तो आपको दो घंटे से ज्यादा का वक्त नहीं लगना चाहिए।

नोट- पुलिस वैरिफिकेशन पूरा होने के बाद ही आपको आपका पासपोर्ट मिलेगा। इस दौरान आप अपने एप्लिकेशन का स्टेटस यहां जांच सकते हैं।

Friday, September 7, 2018

आंवला

आंवला

     आंवला यह वृक्ष भारत के जंगलों तथा बाग-बगीचों में होता है। इसकी ऊँचाई 20 से 25 फुट तक, छाल राख के रंग की, पत्ते इमली के पत्तों जैसे, किंतु कुछ बड़े तथा फूल पीले रंग के छोटे-छोटे होते हैं। फूलों के स्थान पर गोल, चमकते हुए, पकने पर लाल रंग के, फल लगते हैं, जो आँवला नाम से ही जाने जाते हैं। वाराणसी का आँवला सब से अच्छा माना जाता है। यह वृक्ष कार्तिक में फलता है।

आयुर्वेद के अनुसार आँवला सर्वोत्कृष्ट औषधि हैं। इन  में आँवले का महत्त्व अधिक है। चरक के मत से शारीरिक अवनति को रोकनेवाले अवस्थास्थापक द्रव्यों में आँवला सबसे प्रधान है। प्राचीन ग्रंथकारों ने इसको शिवा अवस्था को बनाए रखनेवाला तथा धात्री माता के समान रक्षा करनेवाला कहा है।

  • आंवला   100 रोगों की एक दवा माना जाता है 
  • आंवला शरीर की इम्‍यूनिटी बढ़ाकर बीमार‍ियों को दूर रखता है

 आंवले को क‍िसी न क‍िसी रूप में डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए


आंवला
  •  में विटामिन C, विटामिन AB कॉम्‍प्‍लेक्‍स, पोटैशिम, कैलशियम, मैग्‍नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाययूरेटिक एसिड होते हैं
  •  शायद यही वजह है कि आंवला को 100 रोगों की एक दवा माना जाता है.
  •  शायद इस लिए ही आवंला की तुलना अमृत से की गई है
  •  इस बात में कोई शक नहीं कि आंवला एक वंडर फूड है.
  • इस छोटे से फल में ऐसे गुण हैं जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद हैं.
  • आंवला में मौजूद गुण शरीर की इम्‍यूनिटी बढ़ाते हैं
  • और साथ ही कई बीमारियों को जड़ से भी खत्‍म करता है.
  • डायबिटीज से परेशान लोगों के लिए किसी अमृत से कम नहीं है.
  •  दरअसल, आंवले में क्रोमियम तत्‍व पाए जाते हैं
  •  जो इंसुलिन हारमोंस को मजबूत कर खून में शुगर लेवल को कंट्रोल करते हैं.
  •  खाने को पचाने में आंवला बहुत मददगार है. 
  • इसे खाने से कब्‍ज, खट्टी डकार और गैस की समस्‍या से मुक्ति मिलती है.
  •  यही वजह हैआंवले को किसी न किसी रूप में आपको अपने भोजन में शामिल करना चाहिए.
  • आप आंवले की चटनी, मुरब्‍बा, अचार, जूस या चूरन के रूप में भी इसे अपनी डाइट का हिस्‍सा बना सकते हैं.
  • आंवला शरीर के मेटाबॉलिज्‍म को मजबूत बनाता है, 
  • जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है.
  •  आवंले में बैक्‍टीरिया और फंगल इंफेक्‍शन से लड़ने की ताकत होती है. 
  • इसे खाने से हमारे शरीर की इम्‍यूनिटी बढ़ती है, 
  • जिससे हम बीमरियों से दूर रहते हैं.
  •  यही नहीं आंवला शरीर में मौजूद टॉक्‍सिन यानी कि जहरीले पदार्थों को बाहर निकाल देता है.
  •  आंवला खाने से सर्दी-जुकाम, अल्‍सर और पेट के इंफेक्‍शन से मुक्ति मिलती है.
  • आंवला खाने से हड्डियों को ताकत मिलती है और वे मजबूत बनती हैं. 
  • आंवले में भरपूर मात्रा में कैल्‍शियम होता है
  •  इसे खाने से ऑस्ट्रोपोरोसिस, अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से आराम मिलता है.
  •  आंवले का रस आंखों के लिए गुणकारी है.
  •  यह आंखों की रोशनी बढाता है.\
  •  यही नहीं जिन्‍हें मोतिया बिंद, कलर ब्लाइंडनेस या कम द‍िखाई देता है उन्‍हें आंवले का रस पीना चाहिए
  •  आंवले में ऐसे तत्‍व मौजूद होते हैं जो दिमाग को ठंडक प्रदान करते हैं.
  •  आंवला खाने से टेंशन में आराम मिलता है और नींद भी अच्‍छी आती है.
  • महिलाओं को पीरियड्स में कई तरह की दिक्‍कतों का सामना करना पड़ता है
  • जिनमें अनियमित पीरियड साइकिल, पेट व कमर में दर्द, ज्‍यादा ब्‍लीडिंग शामिल हैं.
  •  ऐसे में आंवला खाना बेहद फायदेमंद है.
  • अगर रोजाना आंवला खाया जाए तो आंवले में मौजूद विटामिन और मिनरल पीरियड्स से जुड़ी समस्‍यओं से छुटकारा दिला देते हैं.
  •  अगर किसी को बांझपन की श‍िकायत है तो उसे रोजाना आंवला खाना चाहिएइसे खाने से पुरुषों में शुक्राणु की क्रियाशीलता बढ़ती है और महिलाओं के अंडाणु स्‍वस्‍थ होते हैं.

तेल मालिश देगी फटे होंठों से राहत, यहां है नुस्खे...




        शहनाज हुसैन   ने कहा कि सर्दी के मौसम में नमी की कमी के अलावा शरीर में पोषाहार तत्वों की कमी की वजह से भी होंठ फट जाते हैं. शरीर में विटामिन-ए, सी तथा बी-2 की कमी से कई बार होठों में दरारें आ जाती हैं और खून बहना शुरू हो जाता है.


सर्दियों में वातावरण में नमी की वजह से होंठों का फटना आम बात है. लेकिन फटे होंठ जहां चेहरे पर बदसूरती का अहसास कराते हैं, वहीं दूसरी ओर शारीरिक पीड़ा का कारण बनते है. प्रख्यात सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन का मानना है कि नारियल तेल, ऑर्गन तेल पर आधारित होंठों के वाम और लिपिस्टिक के इस्तेमाल से होठों को फटने से बचाया जा सकता है. होंठ चेहरे की सुंदरता में अहम भूमिका अदा करते हैं. आपसी वातार्लाप में सामान्यता होंठ आपसी आकर्षण का केंद्र बनते हैं. होंठ चेहरे की बनावट में आंखों और नाक की तरह अहम भूमिका अदा करते हैं. होठों की सुंदरता से चेहरे की आभा और निखार में चार चांद लग जाते हैं. होठों की चमड़ी पतली और अत्यंत संवेदनशील होती है, जिससे यह सर्दियों में फट जाती है.

शहनाज ने कहा कि सर्दी के मौसम में नमी की कमी के अलावा शरीर में पोषाहार तत्वों की कमी की वजह से भी होंठ फट जाते हैं. शरीर में विटामिन-ए, सी तथा बी-2 की कमी से कई बार होठों में दरारें आ जाती हैं और खून बहना शुरू हो जाता है.



उन्होंने कहा कि सर्दियों में अगर आपके होंठ लगातार फट रहे हैं और सामान्य घरेलू उपचारों द्वारा राहत नहीं मिल रही है, तो आप बाहरी सौंदर्य प्रसाधनों की बजाय अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान दीजिए. आप खट्टे फल, पका पपीता, टमाटर, हरी पत्तों वाली सब्जियां, गाजर, जैई तथा दूध वाले पदार्थो को जरूर शामिल कीजिए, लेकिन अगर आप डायबिटिज या उच्च रक्तचाप की समस्या से भी जूझ रहे हैं तो अपने डाइट में बदलाव से पहले डाक्टर से जरूर सलाह मशवरा कर लीजिए.



शहनाज हुसैन ने कहा कि सर्दियों में अपने होठों को जीभ से कतई मत चाटिए. इससे होठों में शुष्कता आने से फटने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. होठों की चमड़ी पतली तथा संवेदनशील होती है, जिससे यह सर्दियों में फट जाती है. सर्दियों में चेहरे को धोने के बाद होठों को मुलायम तौलिये से हल्के से पोंछना चाहिए, ताकि मृत कोशिकाओं को हटाया जा सके. रात में आप प्रतिदिन एक घंटा तक होठों पर मलाई लगाकर रख सकते हैं. यदि इससे होठों का रंग काला पड़ जाता है तो मलाई में नींबू जूस की कुछ बूंदें शामिल कर लीजिए.



उन्होंने कहा कि रात में शुद्ध बादाम तेल तथा ऑर्गन तेल होंठों की त्वचा को पौष्टिकता प्रदान करने में अहम भूमिका अदा करते हैं. ऑर्गन आयल को मुख्यत: खाद्य तेल तथा त्वचा एवं खोपड़ी की समस्या से जूझने के लिए उपयोग किया जाता रहा है. ऑर्गन आयल अनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर होता है तथा इससे मॉइस्चराइड क्रीम, लोशन, फेश पैक तथा हेयर ऑयल जैसे सौंदर्य प्रसाधनों में प्रयोग किया जाता है. यह त्वचा की लचीलेपन जैसे गुणों को बनाए रखकर त्वचा में नवयौवन का संचार करके बुढ़ापे के लक्षणों को रोकता है. इससे त्वचा में शीघ्रता से समा जाने के गुणों से यह होठों के लिए अति उत्तम माना जाता है. आर्गन आयल की बूंदों को आप सीधे होठों पर मालिश कर सकते हैं.



उन्होंने कहा कि नारियल तेल को पोषक तथा नमी बनाए रखने के गुणों से भरपूर माना जाता है. यह त्वचा को मुलायम तथा कोमल बनाता है. इसे होठों पर लगाने से सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणों के नुकसान को रोका जा सकता है तथा यह त्वचा की क्रीम से बेहतर सुरक्षा कवच प्रदान करता है.



शहनाज हुसैन ने कहा कि नारियल तेल को मुख्यत: चेहरे के मेकअप को हटाने में प्रयोग किया जा सकता है. नारियल तेल को सौंदर्य प्रसाधन तथा खाद्य तेल दोनों प्रकार से पूरी तरह सुरक्षित रूप से प्रयोग किया जा सकता है.



सर्दियों में वातावरण में नमी की वजह से होंठों का फटना आम बात है. लेकिन फटे होंठ जहां चेहरे पर बदसूरती का अहसास कराते हैं, वहीं दूसरी ओर शारीरिक पीड़ा का कारण बनते है. प्रख्यात सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन का मानना है कि नारियल तेल, ऑर्गन तेल पर आधारित होंठों के वाम और लिपिस्टिक के इस्तेमाल से होठों को फटने से बचाया जा सकता है. होंठ चेहरे की सुंदरता में अहम भूमिका अदा करते हैं. आपसी वातार्लाप में सामान्यता होंठ आपसी आकर्षण का केंद्र बनते हैं. होंठ चेहरे की बनावट में आंखों और नाक की तरह अहम भूमिका अदा करते हैं. होठों की सुंदरता से चेहरे की आभा और निखार में चार चांद लग जाते हैं. होठों की चमड़ी पतली और अत्यंत संवेदनशील होती है, जिससे यह सर्दियों में फट जाती है.



शहनाज ने कहा कि सर्दी के मौसम में नमी की कमी के अलावा शरीर में पोषाहार तत्वों की कमी की वजह से भी होंठ फट जाते हैं. शरीर में विटामिन-ए, सी तथा बी-2 की कमी से कई बार होठों में दरारें आ जाती हैं और खून बहना शुरू हो जाता है.



उन्होंने कहा कि सर्दियों में अगर आपके होंठ लगातार फट रहे हैं और सामान्य घरेलू उपचारों द्वारा राहत नहीं मिल रही है, तो आप बाहरी सौंदर्य प्रसाधनों की बजाय अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान दीजिए. आप खट्टे फल, पका पपीता, टमाटर, हरी पत्तों वाली सब्जियां, गाजर, जैई तथा दूध वाले पदार्थो को जरूर शामिल कीजिए, लेकिन अगर आप डायबिटिज या उच्च रक्तचाप की समस्या से भी जूझ रहे हैं तो अपने डाइट में बदलाव से पहले डाक्टर से जरूर सलाह मशवरा कर लीजिए.


शहनाज हुसैन ने कहा कि सर्दियों में अपने होठों को जीभ से कतई मत चाटिए. इससे होठों में शुष्कता आने से फटने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. होठों की चमड़ी पतली तथा संवेदनशील होती है, जिससे यह सर्दियों में फट जाती है. सर्दियों में चेहरे को धोने के बाद होठों को मुलायम तौलिये से हल्के से पोंछना चाहिए, ताकि मृत कोशिकाओं को हटाया जा सके. रात में आप प्रतिदिन एक घंटा तक होठों पर मलाई लगाकर रख सकते हैं. यदि इससे होठों का रंग काला पड़ जाता है तो मलाई में नींबू जूस की कुछ बूंदें शामिल कर लीजिए.



उन्होंने कहा कि रात में शुद्ध बादाम तेल तथा ऑर्गन तेल होंठों की त्वचा को पौष्टिकता प्रदान करने में अहम भूमिका अदा करते हैं. ऑर्गन आयल को मुख्यत: खाद्य तेल तथा त्वचा एवं खोपड़ी की समस्या से जूझने के लिए उपयोग किया जाता रहा है. ऑर्गन आयल अनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर होता है तथा इससे मॉइस्चराइड क्रीम, लोशन, फेश पैक तथा हेयर ऑयल जैसे सौंदर्य प्रसाधनों में प्रयोग किया जाता है. यह त्वचा की लचीलेपन जैसे गुणों को बनाए रखकर त्वचा में नवयौवन का संचार करके बुढ़ापे के लक्षणों को रोकता है. इससे त्वचा में शीघ्रता से समा जाने के गुणों से यह होठों के लिए अति उत्तम माना जाता है. आर्गन आयल की बूंदों को आप सीधे होठों पर मालिश कर सकते हैं.



उन्होंने कहा कि नारियल तेल को पोषक तथा नमी बनाए रखने के गुणों से भरपूर माना जाता है. यह त्वचा को मुलायम तथा कोमल बनाता है. इसे होठों पर लगाने से सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणों के नुकसान को रोका जा सकता है तथा यह त्वचा की क्रीम से बेहतर सुरक्षा कवच प्रदान करता है.



शहनाज हुसैन ने कहा कि नारियल तेल को मुख्यत: चेहरे के मेकअप को हटाने में प्रयोग किया जा सकता है. नारियल तेल को सौंदर्य प्रसाधन तथा खाद्य तेल दोनों प्रकार से पूरी तरह सुरक्षित रूप से प्रयोग किया जा सकता है, क्योंकि अन्य सौंदर्य प्रसाधनों के मुकाबले इसमें कोई भी सिंथेटिक संघटक विद्यमान नहीं होते तथा अन्य तेलों की अपेक्षा नारियल तेल से कभी दरुगध भी नहीं आती, नारियल तेल तथा ऑर्गन तेल आधारित होंठ बाम तथा होंठ क्रीम सर्दियों में होठों के सौंदर्य में प्रयोग की जा सकती है.



फटे होंठों से यूं पाएं निजात :



- अपने होठों पर साबुन या पाउडर के प्रयोग से परहेज कीजिए और होठों पर बाम व चिकनी लिपस्टिक का उपयोग कीजिए.



- होठों पर बादाम तेल या क्रीम लगाकर इसे रात्रि में लगा रहने दें.



- लिपस्टिक क्लीजिंग क्रीम या जैल से हटाइए.



- सर्दियों में अपने होठों को जीभ से कतई मत चाटिए.



सिंथेटिक संघटक विद्यमान नहीं होते तथा अन्य तेलों की अपेक्षा नारियल तेल से कभी दरुगध भी नहीं आती, नारियल तेल तथा ऑर्गन तेल आधारित होंठ बाम तथा होंठ क्रीम सर्दियों में होठों के सौंदर्य में प्रयोग की जा सकती है.



फटे होंठों से यूं पाएं निजात :



- अपने होठों पर साबुन या पाउडर के प्रयोग से परहेज कीजिए और होठों पर बाम व चिकनी लिपस्टिक का उपयोग कीजिए.



- होठों पर बादाम तेल या क्रीम लगाकर इसे रात्रि में लगा रहने दें.



- लिपस्टिक क्लीजिंग क्रीम या जैल से हटाइए.



- सर्दियों में अपने होठों को जीभ से कतई मत चाटिए.

Ganesh Chaturthi 2018: गणेश चतुर्थी 13 सितंबर से, जानें शुभ मुहूर्त के बारे में

गणेश चतुर्थी



गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2018): त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है. सितंबर महीने से गणेश जी का स्वागत करने के लिए पूरा देश तैयार है. अगर आपके मन में भी यह सवाल है कि गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2018) कब है तो आपको बताते चलें कि गणेश चतुर्थी 13 सिंतबर से मनाया जाएगा. इस साल  गणेश उत्सव 13 से 23 सितंबर (Ganesh Utsav 2018) तक चलेगा. गणेश चतुर्थी पर लोग घरों में गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) को स्थापित करते हैं. इस दौरान देश भर में गणेश भक्त जगह-जगह पर गणपति बप्पा के पंडाल ( Ganpati Pandal) सजाते हैं. जो लोग घर पर गणपति को स्थापित करते हैं वे सुबह के भोग से लेकर शाम तक उनके आहार और शुद्धि से रहने का पूरा ख्याल रखते हैं. अगर आप भी घर में गणपति को स्थापित करने जा रहे हैं तो जरूरी है कि इससे जुड़े पूजा के शुभ मुहूर्त की पूरी जानकारी लें. तो सोचना क्या यह जानकारी हम आपको देते हैं. 

- माना जाता है कि देवताओं में सबसे पहले पूजे जाने वाले देवता भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्यकाल में हुआ था.
- इस दिन को ही हर साल गणेश चतुर्थी मनाई जाती है.
- तो इस बात का खास ध्यान रखें कि मध्यकाल में जन्म लेने के कारण इनकी स्थापना इसी काल में होनी चाहिए.
एक नजर गणेश उत्सव के दौरान के शुभ मुहूर्तों पर- 

गणेश चतुर्थी कब है, क्या हैं तारीखें (Ganesh Chaturthi 2018 date)
13 सितंबर से 23 सितंबर तक चलेगा गणेश उत्सव (Ganesh Chaturthi Festival 2018: 13th September till 23rd of September.) इस साल गणेश उत्सव (Ganesh Utsav 2018) 13 से 23 सितंबर तक मनाया जाएगा. खबरें हैं कि इस साल चतुर्थी वाले दिन अच्छे संयोग हैं. तो चतुर्थी वाले दिन सुबह सवेर नहाधोकर शुद्धि करने के बाद व्रत करने के बाद दोपहर में ही गणेश बप्पा की प्रतिमा को सिंदूर चढ़ाने के बाद घर में स्थापित करें.
गणेश चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त और ध्यान रखने वाली बातें (Ganesh Chaturthi 2018 Muhurat and Time) 
12 सितंबर को, चन्द्रमा को नहीं देखने का समय - 16:07 से 20:33

13 सितंबर को, चन्द्रमा को नहीं देखने का समय - 9:31 से 21:12
13 सितंबर मध्याह्न गणेश पूजा का समय - 11:03 से 13:30
चतुर्थी तिथि शुरुआत -12 सितंबर 2018 को 16: 07 बजे
चतुर्थी तिथि खत्म- 13 सितंबर 2018 को 14 :51 बजे

Wednesday, September 5, 2018

Happy Teachers' Day: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन नोबेल पुरस्कार के लिए 27 बार हुए थे नॉमिनेट


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नई दिल्ली: शिक्षक दिवस 2018 (Teachers' Day 2018) के मौके पर गूगल ने इंडिया में डूडल बनाया है. भारत में गुरु और शिष्य के रिश्ते को दिखलाने के लिए बेहद ही खास दिन माना गया है. पूरे देशभर में शिष्य अपने गुरु को न सिर्फ बधाई देते हैं बल्कि उनसे आशीर्वाद लेते हैं. इंडिया में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने के पीछे एक रोचक तथ्य है. आज के ही दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) का जन्म हुआ था, जिस वजह से इसी दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाना लगा. 1962 में जन्मे डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक जाने माने विद्वान, शिक्षक, दार्शनिक और नेता थे. 



डॉ. सर्वपल्ली शिक्षा के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य किये, जिसकी वजह से उन्हें यह उपाधि दी गई. डॉ. राधाकृष्णन की याद में ही टीचर्स डे (Teacher's Day) का आयोजन होता है. डॉ. राधाकृष्णन भारत के पहले उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे. उन्हें 1954 में भारत रत्न से नवाजा गया था. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 27 बार नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया था. 



डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस का जहां-स्कूल कॉलेजों में काफी महत्व रहता है, वहीं बॉलीवुड फिल्मों में भी टीचर्स के कई अंदाज देखने को मिले हैं. सुष्मिता सेन, रानी मुखर्जी और चित्रांगदा सिंह जैसी टीचर्स तो दर्शकों के जेहन में हमेशा ताजा रहती हैं. डॉ. सर्वपल्ली कहना था कि जहां कहीं से भी कुछ सीखने को मिले उसे अपने जीवन में उतार लेना चाहिए. वह पढ़ाने से ज्यादा छात्रों के बौद्धिक विकास पर जोर देने की बात करते थे. वह पढ़ाई के दौरान काफी खुशनुमा माहौल बनाकर रखते थे.