Sunday, December 5, 2021

Samsung के एंट्री और मिड रेंज स्‍मार्टफोन्‍स भी होंगे वॉटरप्रूफ‍, शुरुआत गैलेक्‍सी A33 से !






सैमसंग ने स्मार्टफोन के बैक कवर के लिए अगले साल प्रोडक्‍शन प्रोसेस को आसान बनाने का फैसला किया है
स्‍मार्टफोन मार्केट में खासतौर पर चीन में एक तरफ तो चीनी ब्रैंड्स हैं, वहीं, दूसरी तरफ उनका मुकाबला अकेले साउथ कोरियाई कंपनी सैमसंग कर रही है। अब सैमसंग ने मिड और लो-एंड सेगमेंट में भी Xiaomi और OPPO जैसे चीनी स्मार्टफोन दिग्गजों के खिलाफ मुकाबले के लिए कमर कस ली है। सैमसंग अपने एक खास फीचर के जरिए लो और मिड रेंज सेग्‍मेंट में स्थिति को मजबूत करने की तैयारी कर रही है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।

TheElec की एक रिपोर्ट के अनुसार, अपनी फ्लैगशिप डिवाइसेज की बदौलत दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों में से एक सैमसंग अगले साल से अपने मिड और लो-एंड स्मार्टफोन्‍स में वॉटरप्रूफिंग फंक्शन पेश करके स्थिति को मजबूत करना चाहती है।

सैमसंग के इस फैसले को दोहरे सॉल्‍यूशन के तौर पर भी देखा जा सकता है। कंपनी को इससे मिड और लो रेंज स्‍मार्टफोन्‍स में बढ़त बनाने में मदद मिलेगी। वहींं, स्‍मार्टफोन्‍स के बैक कवर प्रोडक्‍शन का प्रोसेस आसान बनाया जा सकेगा और उसकी कॉस्‍ट भी कम की जा सकेगी। बदले में वॉटरप्रूफ्र‍िंग जैसा दमदार फीचर भी हाईलाइट होगा।

फ‍िलहाल, यह कंपनी गैलेक्सी S21 और कुछ हाइ-मिड रेंज डिवाइसेज में वाटरप्रूफ फीचर देती है। रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग के अपकमिंग स्‍मार्टफोन, गैलेक्सी ए33, जिसके अगले साल जनवरी में लॉन्च होने की खबरें हैं, वह नई कैटिगरी में वॉटरप्रूफ फीचर से लैस पहला फोन होगा। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि फोन में वही IP68 रेटिंग होगी, जो गैलेक्सी S21 में मिलती है।

IP जिसे इनग्रेड प्रोटेक्शन भी कहते हैं, वह धूल और लिक्विड के ख‍िलाफ दुनियाभर में स्‍वीकारा गया एक मेजरमेंट है। स्‍मार्टफोन और स्‍मार्टवॉचेज में यह रेटिंग देखने को मिलती है। IP68 रेटिंग वाली डिवाइसेज को धूल, गंदगी और रेत का सामना करने के लिए फिट माना जाता है। जिन डिवाइस को यह रेटिंग मिलती है, वो पानी के अंदर 1.5 मीटर गहराई तक 30 मिनट तक बिना नुकसान हुए रह सकती हैं।

सैमसंग ने स्मार्टफोन के बैक कवर के लिए अगले साल प्रोडक्‍शन प्रोसेस को आसान बनाने का फैसला किया है और इंजेक्शन और कोटिंग्स की संख्या को 2 से 1 में बदल दिया है। इंजेक्शन, प्लास्टिक ढालने की प्रक्रिया को कहा जाता है, जबकि कोटिंग में स्प्रे पेंट की मदद से प्रॉडक्‍ट को कलर किया जाता है।

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